मोकामा (पटना जिला):
जन सुराज समर्थक और चर्चित बाहुबली नेता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। लेकिन इस हाई-प्रोफाइल केस में कई अहम सवाल अब भी अधर में लटके हैं।
पुलिस ने जेडीयू प्रत्याशी और पूर्व विधायक अनंत सिंह को नामजद आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया है और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए अनंत सिंह की रिमांड लेने की तैयारी की जा रही है, ताकि हत्या की असली वजह और साजिश के पहलुओं का खुलासा हो सके।
मोकामा केस से जुड़े अब भी अनुत्तरित बड़े सवाल
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हत्या की शुरुआत कैसे हुई?
क्या यह अचानक हुई झड़प थी या किसी बड़ी पहले से रची गई साजिश का हिस्सा? - 
घटना के वक्त हथियार कहाँ से आए?
बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद 40 से अधिक गाड़ियों के काफिले में हथियार खुलेआम लहराए गए — आखिर सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक क्यों नहीं लगी? - 
दुलारचंद की मौत गोली से या वाहन कुचलने से?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोलीबारी और पिटाई के बाद उन्हें वाहन से कुचला गया — लेकिन क्या यह सच है या अफवाह? - 
क्या अनंत सिंह सीधे शामिल थे?
क्या यह हत्या उनके आदेश पर हुई, या फिर समर्थकों की बेकाबू भीड़ ने यह कदम उठा लिया? - 
सुरक्षा इंतज़ाम नाकाम क्यों रहे?
चुनाव प्रचार के दौरान इतनी बड़ी हिंसा होना प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करता है। क्या स्थानीय प्रशासन पहले से आगाह नहीं था? - 
राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश?
क्या इस घटना को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है? कई राजनीतिक दल अब इस मुद्दे को मंचों पर उछालने लगे हैं। 
जांच और सुरक्षा व्यवस्था
मोकामा और आसपास के इलाकों में तनाव अब भी बरकरार है। पुलिस और प्रशासन ने क्षेत्र में भारी सुरक्षा बल तैनात किए हैं।
चुनाव आयोग ने भी मामले की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि यदि अनंत सिंह की रिमांड मंजूर होती है, तो इस केस से जुड़ी कई नई परतें खुल सकती हैं।
📍 संबंधित क्षेत्र: मोकामा, पटना जिला
📆 घटना का समय: चुनाव प्रचार के दौरान
👤 मुख्य आरोपी: अनंत सिंह (पूर्व विधायक, JDU)
🕵️♂️ मृतक: दुलारचंद यादव (जन सुराज समर्थक)
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