बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सीमांचल में सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। शनिवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बहादुरगंज विधानसभा के बंगाली चौक और ठाकुरगंज के तुलसिया में चुनावी सभाओं के दौरान विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। खासकर उन्होंने महागठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया।
ओवैसी ने कहा कि “वक्फ कानून को कूड़ेदान में डालने की बात करने वाले तेजस्वी मुसलमानों को धोखा दे रहे हैं।” उन्होंने यह भी पूछा कि जिस कानून को दिल्ली से पास किया गया है, उसे बिहार में कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है।
तेजस्वी मुसलमानों को धोखा दे रहे हैं: ओवैसी
तुलसिया हाई स्कूल मैदान में सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार दोनों ही इस कानून को नजरअंदाज कर रहे हैं, जो सुप्रीम कोर्ट में अभी भी चुनौती का सामना कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ कानून के जरिए कब्रिस्तान, मस्जिद और इमामबाड़ों की जमीन हड़पने की साजिश की जा रही है।
“तीन फीसदी वाला डिप्टी सीएम बन सकता है तो 17 फीसदी वाला सीएम क्यों नहीं?”
ओवैसी ने कहा कि सीमांचल को न्याय मिलने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने सवाल उठाया,
"अगर तीन प्रतिशत वाले मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो 17 प्रतिशत वाले मुसलमान का बेटा मुख्यमंत्री क्यों नहीं?"
ओवैसी ने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि वे मुसलमानों का केवल “इस्तेमाल कर बाद में फेंक देते हैं।”
जो अपने भाई का नहीं हुआ, वो मुसलमानों का क्या होगा: ओवैसी
ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि
"जब वो अपने भाई के नहीं हुए तो मुसलमानों का क्या होगा?"
उन्होंने बताया कि एआईएमआईएम से गए चार में से तीन विधायकों को तेजस्वी ने टिकट नहीं दिया, जिससे साफ है कि तेजस्वी केवल स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं।
लालू-नीतीश और मोदी पर भी हमला
ओवैसी ने लालू यादव और नीतीश कुमार पर भी हमला बोला और कहा कि बिहार में 35 साल से उनका जंगलराज चल रहा है।
साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कटघरे में खड़ा किया। ओवैसी ने कहा कि
"पीएम हर बार झूठ बोलते हैं। उन्होंने 15 लाख रुपये खातों में, दो करोड़ रोजगार और काला धन वापस लाने का वादा किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।"
उन्होंने मोदी की सऊदी अरब यात्रा का जिक्र करते हुए व्यंग्य किया कि जब पीएम ने एक सऊदी शेख से तोप की मारक क्षमता पूछी, तो जवाब मिला, “आपसे कम।”
ओवैसी ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि बिहार ने तीन बार मोदी को प्रधानमंत्री बनाया, लेकिन राज्य को उसका हक नहीं मिला।
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