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Sunday, July 27, 2025

दिल का दौरा नहीं, अब ये है अमेरिका में मौत की सबसे बड़ी वजह


 आज जब भी हम "दिल की बीमारी" का ज़िक्र करते हैं, तो सबसे पहले "हार्ट अटैक" (Heart Attack) का नाम सामने आता है। लेकिन अमेरिका के एक प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. दिमित्री यारानोव (Dr. Dmitry Yaranov) ने हाल ही में जो खुलासा किया है, वो चौंकाने वाला है। उनके अनुसार, अब हार्ट अटैक नंबर 1 किलर नहीं रहा, बल्कि इससे भी गंभीर क्रॉनिक हार्ट कंडीशन्स (Chronic Heart Conditions) ज़्यादा मौतें ले रही हैं।

❗ क्या हैं क्रॉनिक हार्ट कंडीशन्स?

क्रॉनिक हार्ट कंडीशन्स वे बीमारियाँ हैं जो धीरे-धीरे विकसित होती हैं और लंबे समय तक शरीर को प्रभावित करती हैं। इनमें शामिल हैं:

  • हृदय की मांसपेशियों की कमजोरी (Cardiomyopathy)

  • कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर (Congestive Heart Failure)

  • अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर

  • अस्थिर दिल की धड़कन (Arrhythmia)

ये समस्याएं बिना किसी प्रमुख लक्षण के वर्षों तक शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं और जब तक पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।


🩺 विशेषज्ञ की चेतावनी क्यों महत्वपूर्ण है?

डॉ. यारानोव कहते हैं:

"लोग केवल हार्ट अटैक को ही बड़ा खतरा मानते हैं, जबकि जो असली चुपचाप जान ले रहा है, वह है 'क्रॉनिक हार्ट डिसीज़'।"
"लोगों को ज़रूरत है कि वे हर साल नियमित चेकअप कराएं, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को ट्रैक करें, और अपनी जीवनशैली को सक्रिय रखें।"


📊 आंकड़े क्या कहते हैं?

  • अमेरिका में हर साल करीब 6 लाख लोग दिल की बीमारियों से मरते हैं।

  • इनमें से एक बड़ा हिस्सा अब उन रोगियों का है जिन्हें हार्ट अटैक नहीं, बल्कि हार्ट फेल्योर, ब्लॉकेज, या हाई ब्लड प्रेशर जैसी क्रॉनिक बीमारियां रही हैं।


🧠 क्यों हार्ट अटैक के बजाय क्रॉनिक कंडीशन्स ज़्यादा घातक हो रही हैं?

  1. धीरे-धीरे असर: ये बीमारियां धीमे-धीमे शरीर को कमजोर करती हैं।

  2. लक्षण स्पष्ट नहीं होते: अक्सर कोई बड़ा लक्षण सामने नहीं आता।

  3. लोग इग्नोर करते हैं: थकान, हल्की सांस फूलना आदि को लोग आम बात मान लेते हैं।

  4. समय पर इलाज नहीं होता: जब तक पता चलता है, तब तक काफ़ी नुकसान हो चुका होता है।


🥗 बचाव कैसे करें?

डॉ. यारानोव और अन्य विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ आसान आदतों को अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है:

आदतलाभ
रोज़ 30 मिनट चलनाहृदय को मजबूत बनाता है
नमक और तेल का सीमित उपयोगब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है
धूम्रपान और शराब से दूरीदिल की मांसपेशियाँ स्वस्थ रहती हैं
हर 6 महीने में हेल्थ चेकअपबीमारी की जल्द पहचान

🇮🇳 भारत के लिए क्या सीख है?

भारत में भी हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर युवा पीढ़ी में। पश्चिमी जीवनशैली, तनाव, और जंक फूड की आदतें हमारी सेहत पर भारी पड़ रही हैं।
इसलिए ज़रूरी है कि हम केवल हार्ट अटैक से नहीं, बल्कि हर प्रकार की हृदय संबंधित बीमारी से सावधान रहें


🔍 निष्कर्ष

आज दिल का दौरा भले ही ज़्यादा ख़तरनाक न लग रहा हो, लेकिन 'साइलेंट किलर' बन चुकी क्रॉनिक हार्ट कंडीशन्स से बचाव ही असली सुरक्षा है।
अपने दिल की सुनिए, उसे स्वस्थ बनाए रखिए। छोटी-छोटी आदतें, बड़ी ज़िंदगियाँ बचा सकती हैं।


🧡 क्या आपने हाल ही में अपना ब्लड प्रेशर चेक कराया है?

अगर नहीं, तो आज ही करवाएं — ये एक छोटा कदम आपके जीवन के लिए बड़ा फ़ैसला साबित हो सकता है।


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