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Tuesday, July 29, 2025

🐅 International Tiger Day: संरक्षण पर वैश्विक चेतना

 

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की शुरुआत कैसे हुई?

🔶International Tiger Day की शुरुआत 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में हुई थी, जब 13 बाघ रेंज देशों ने मिलकर यह संकल्प लिया था कि 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी की जाएगी। इस अभियान को “TX2” नाम दिया गया था।

इस मुहिम के पीछे उद्देश्य था:

  • 🔶बाघों के प्राकृतिक आवास की रक्षा करना

  • 🔶शिकार और तस्करी पर रोक लगाना

  • 🔶स्थानीय समुदायों को शामिल करना


📉 क्यों घट रही है बाघों की संख्या?

बाघों की संख्या में गिरावट के पीछे कई कारण हैं:

  1. 🔶वनों की कटाई (Deforestation)

  2. 🔶बाघों का अवैध शिकार (Poaching)

  3. 🔶मानव-बाघ संघर्ष

  4. 🔶प्राकृतिक आवास का क्षय

भारत जैसे देशों में बाघों के जंगलों की जगह पर अब खेती, सड़कें और निर्माण कार्य हो रहे हैं, जिससे उनका आवास सिकुड़ रहा है।


🇮🇳 भारत में बाघ संरक्षण की पहल

भारत, दुनिया में सबसे ज्यादा बाघों की आबादी वाला देश है — लगभग 🔶3,167 बाघ (2022 आंकड़े)

प्रमुख योजनाएँ:

  • 🔶Project Tiger (1973): भारत सरकार द्वारा शुरू की गई सबसे बड़ी संरक्षण योजना।

  • 🔶National Tiger Conservation Authority (NTCA): बाघों की सुरक्षा पर नज़र रखने वाली सरकारी एजेंसी।

  • 🔶50+ टाइगर रिज़र्व — जैसे कि कान्हा, रणथंभौर, सुंदरबन, कॉर्बेट।


🧭 वैश्विक स्तर पर बाघ संरक्षण की पहल

  • 🔶WWF (World Wide Fund for Nature) जैसी संस्थाएँ बाघों के लिए फंडिंग और संरक्षण कार्यक्रम चला रही हैं।

  • 🔶CITES (Convention on International Trade in Endangered Species) के तहत बाघों के अंगों की तस्करी पर रोक है।

  • 🔶Global Tiger Initiative के तहत बाघ रेंज देशों के बीच सहयोग बढ़ाया जा रहा है।


📢 जनचेतना और सोशल मीडिया का योगदान

आज के डिजिटल युग में 🔶बाघ संरक्षण जागरूकता (Tiger Awareness Campaign) सोशल मीडिया के माध्यम से भी फैल रही है:

  • #InternationalTigerDay ट्रेंड करता है

  • NGO और पर्यावरण संगठन जन भागीदारी बढ़ा रहे हैं

  • बच्चे, युवा और शिक्षक भी इसमें भाग लेते हैं


📸 कुछ रोचक तथ्य

  • एक बाघ अपने क्षेत्र के प्रति अत्यंत सजग होता है और करीब 🔶60-100 वर्ग किलोमीटर तक का इलाका कवर करता है।

  • बाघ अकेला शिकारी होता है, जो रात में शिकार करता है।

  • 🔶बाघ एक “छत्र प्रजाति” (Umbrella Species) है — यानी इसे बचाने से पूरा पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित होता है।


✅ हमें क्या करना चाहिए?

  1. 🔶प्लास्टिक और कचरे से जंगलों को बचाना

  2. 🔶बाघों की जानकारी बच्चों को देना

  3. 🔶बाघों के प्राकृतिक क्षेत्रों में अनधिकृत घुसपैठ से बचना

  4. 🔶वन्यजीव पर्यटन को जिम्मेदारी से अपनाना


✍️ निष्कर्ष

🔶International Tiger Day सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है — जो हमें याद दिलाता है कि बाघों को बचाना, केवल बाघों के लिए नहीं, बल्कि हमारी धरती की स्थिरता के लिए भी ज़रूरी है।

बाघ हैं तो जंगल है, और जंगल हैं तो जीवन है।

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