जलवायु परिवर्तन, बढ़ते औद्योगिक कचरे और संसाधनों की कमी ने पूरी दुनिया को सर्कुलर अर्थव्यवस्था (Circular Economy) जैसे विकल्पों की ओर सोचने पर मजबूर किया है। भारत, जो जलवायु नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है, ने इस दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है।
30 और 31 जुलाई 2025 को गुड़गांव में 'India Circular Economy Forum 2025' (ICEF‑2025) का आयोजन हो रहा है। इस दो-दिवसीय आयोजन का उद्देश्य है — “व्यवसायों के लिए जोखिम कम करना और अवसर तलाशना”।
🧭 क्या है सर्कुलर इकॉनमी?
सर्कुलर इकॉनमी एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें उत्पादों, सामग्रियों और संसाधनों का अधिकतम उपयोग, पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण किया जाता है। यह पारंपरिक Take → Make → Waste मॉडल की जगह Reuse → Recycle → Repurpose मॉडल को बढ़ावा देता है।
🎯 सम्मेलन का उद्देश्य
ICEF‑2025 का मुख्य उद्देश्य है:
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भारत में सर्कुलर व्यापार मॉडल का विकास
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ESG (Environmental, Social, Governance) आधारित निर्णयों को बढ़ावा
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नीति-निर्माताओं और उद्योगों को एक मंच देना
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MSMEs को सतत भविष्य के लिए तैयार करना
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UN SDGs (Sustainable Development Goals) को समर्थन देना
👥 सम्मेलन में कौन-कौन होंगे शामिल?
इस मेगा इवेंट में भाग लेंगे:
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सरकारी अधिकारी – हरियाणा सरकार, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय
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राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ – Circular innovation और ESG पॉलिसी में
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विदेशी दूतावास – सात देशों के प्रतिनिधि
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स्टार्टअप्स और MSMEs – अपने नवाचार प्रस्तुत करेंगे
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CSR और ESG एजेंसियां – जिम्मेदार निवेश पर चर्चा करेंगी
🗓️ कार्यक्रम सारांश
दिनांक | गतिविधि | विषय |
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30 जुलाई | उद्घाटन सत्र | Circular Thinking for Industry Transformation |
30 जुलाई | पैनल डिस्कशन | Textiles, Electronics, Construction, Packaging |
31 जुलाई | वर्कशॉप्स | CSR & ESG, Urban Waste Solutions, Maritime Sustainability |
31 जुलाई | सम्मान समारोह | Circular Economy Excellence Awards |
🌐 आयोजक और सहयोगी
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मुख्य आयोजक: International Council for Circular Economy (ICCE)
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सहयोगी संस्थाएँ: Haryana Shehri Vikas Pradhikaran (HSVP), Ministry of Environment
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सहयोगी मीडिया: Dailyhunt, REVOLVE, Waste & Recycling Magazine
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Knowledge Partner: WOMENforINDIA, India CSR
💡 भारत को इससे क्या लाभ?
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भारत के 2050 तक ₹2 ट्रिलियन से अधिक सर्कुलर वैल्यू संभावित
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1 करोड़ से अधिक नौकरियों की संभावना
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Waste-to-wealth मॉडल को बल मिलेगा
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ग्लोबल ग्रीन इकोनॉमी में भारत की भागीदारी मजबूत होगी
🏆 क्या होंगे मुख्य आकर्षण?
🔹 Live Demo Zone – स्टार्टअप अपने recycling मॉडल दिखाएंगे
🔹 Policy Café – नीति निर्माताओं से सीधी बातचीत
🔹 Innovation Pitch – MSME द्वारा टिकाऊ मॉडल्स का प्रदर्शन
🔹 ESG Toolkits – कंपनियों को डेटा, रिपोर्टिंग और निवेश में मदद
📝 विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
"यह केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि भारत की सस्टेनेबिलिटी क्रांति की शुरुआत है।"
– डॉ. टी. बांगार राजू, पर्यावरण विश्लेषक
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