नई ताज़ा खबर

ताज़ा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खबरें, एक क्लिक में

Facebook Twitter Instagram

Trending News Slider

ताज़ा खबरें

Featured News

"शिबू सोरेन: झारखंड आंदोलन के पितामह और आदिवासी राजनीति के प्रतीक"

  Sibu Soren (अक्सर Shibu Soren के नाम से लिखे जाते हैं) अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका निधन 4 अगस्त 2025 की सुबह 8:56 बजे , नई दिल्ली के सर ग...

Showing posts with label breaking news. Show all posts
Showing posts with label breaking news. Show all posts

Tuesday, July 22, 2025

भारत के उपराष्ट्रपति ने दिया इस्तीफा: जानिए कारण, असर और आगे क्या होगा?

 



उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में इस बात की पुष्टि की गई है। धनखड़ ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।


🟠 इस्तीफे के पीछे का कारण क्या है?

हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इस्तीफे का कारण नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो इसके पीछे कुछ संभावित कारण हो सकते हैं:

  • स्वास्थ्य कारण या व्यक्तिगत समस्याएं

  • भाजपा या केंद्र सरकार में नई जिम्मेदारी की तैयारी

  • आगामी राष्ट्रपति पद की तैयारी (राजनीतिक हलकों में यह कयास तेज हैं)


🟡 जगदीप धनखड़ का कार्यकाल: एक नजर

  • उपराष्ट्रपति बनने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं

  • एक अनुभवी वकील और कुशल वक्ता

  • राज्यसभा के सभापति के तौर पर कई बार विपक्ष के साथ तीखी बहस में दिखे

  • संसदीय प्रक्रिया को लेकर सख्त और सक्रिय छवि


🟢 अब आगे क्या होगा? | What Happens Next?

भारत के संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद 6 महीने के भीतर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होना आवश्यक होता है। चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीख की घोषणा करेगा।


🟣 अगला उपराष्ट्रपति कौन हो सकता है? | Potential Candidates

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, कुछ प्रमुख नामों की चर्चा तेज हो गई है:

  1. 🟩 नीतीश कुमार (पूर्व मुख्यमंत्री, JDU नेता)

    • NDA या INDIA दोनों गुटों के लिए संभावित उम्मीदवार

    • राजनीतिक संतुलन और अनुभव के लिए उपयुक्त चेहरा

  2. 🟦 हरिवंश नारायण सिंह (राज्यसभा के उपसभापति, JDU)

    • संसदीय प्रक्रिया में अनुभव

    • बीजेपी-जेडीयू के साझा उम्मीदवार हो सकते हैं

  3. 🟥 गुलाम नबी आज़ाद

    • कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बना चुके हैं

    • सर्वसम्मति के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं

  4. 🟧 सुब्रमण्यम स्वामी, अरुण गोविल, आदि नाम भी चर्चा में हैं


🔵 राजनीतिक असर:

  • संसद के मॉनसून सत्र में नए उपसभापति की भूमिका कौन निभाएगा — यह सवाल उठ गया है।

  • NDA और INDIA गठबंधन में अंदरूनी खींचतान भी देखने को मिल सकती है।

  • राष्ट्रपति चुनाव 2027 से पहले यह इस्तीफा राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।


📌 निष्कर्ष:

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अब देश की निगाहें नए उपराष्ट्रपति के चयन और राजनीतिक समीकरणों पर टिकी हैं। क्या यह NDA को मजबूती देगा या विपक्ष को एक मौका?

क्या नीतीश कुमार भारत के अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं?

 अभी तक जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा नहीं दिया है, और न ही इस तरह की कोई आधिकारिक घोषणा हुई है। ऐसे में "क्या नीतीश कुमार अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं?" का सवाल पूरी तरह से कल्पनात्मक (hypothetical) है, लेकिन राजनीतिक संकेतों और हाल की घटनाओं के आधार पर इसका विश्लेषण किया जा सकता है।



🗳️ सवाल: क्या नीतीश कुमार अगले उपराष्ट्रपति बन सकते हैं?

🔍 वर्तमान स्थिति:

  • जगदीप धनखड़ अभी भारत के 14वें उपराष्ट्रपति हैं (कार्यकाल 2022–2027 तक)।

  • उपराष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है, जब तक कि वे इस्तीफा न दे दें या कोई संवैधानिक कारण उत्पन्न न हो।

  • अब तक उनके इस्तीफे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।


🤔 अगर इस्तीफा होता है तो क्या होगा?

अगर उपराष्ट्रपति किसी कारणवश पद छोड़ते हैं, तो:

  • राष्ट्रपति चुनाव की तरह उपराष्ट्रपति का चुनाव भी होता है।

  • निर्वाचन मंडल (electoral college) में केवल राज्यसभा और लोकसभा सांसद वोट करते हैं।


🔮 नीतीश कुमार की संभावनाएं – विश्लेषण:

पहलूविश्लेषण
राजनीतिक अनुभव8 बार बिहार के मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री, सांसद
राष्ट्रीय पहचानहिंदी पट्टी में मजबूत चेहरा; JD(U) के अध्यक्ष
एनडीए में वापसी (2024)भाजपा के साथ पुनः गठबंधन, मोदी सरकार में शामिल
सेक्युलर छविगठबंधन और संतुलन की राजनीति में माहिर
उम्र और प्रोफ़ाइल73 वर्ष, अब एक गैर-सक्रिय भूमिका की ओर बढ़ना संभव

🧠 निष्कर्ष:

अगर भविष्य में जगदीप धनखड़ इस्तीफा देते हैं या अन्य कारणों से उपराष्ट्रपति का पद रिक्त होता है, तो नीतीश कुमार एक मजबूत संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं, खासकर इन कारणों से:

  1. भाजपा के साथ उनके ताज़ा गठबंधन के कारण उन्हें इनाम स्वरूप उच्च संवैधानिक पद दिया जा सकता है।

  2. नीतीश कुमार के पास राजनीतिक अनुभव और राष्ट्रव्यापी स्वीकार्यता है।

  3. NDA को हिंदी बेल्ट में मजबूती देने के लिए यह एक रणनीतिक कदम हो सकता है।


📌 लेकिन ध्यान रखें:
अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है कि धनखड़ इस्तीफा दे रहे हैं या उपराष्ट्रपति का पद रिक्त हुआ है।
यह पूरी तरह से सियासी संभावना (political speculation) है, लेकिन हालात बदलते ही इस विषय पर चर्चा तेज हो सकती है।


2025 उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर संभावनाएँ और राजनीतिक विश्लेषण

जगदीप धनखड़: भारत के उपराष्ट्रपति का जीवन, करियर और योगदान भारत के वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ न केवल एक अनुभवी वकील हैं, बल्कि राजनीति और प्रशासन में उनका व्यापक अनुभव उन्हें एक सशक्त नेतृत्वकर्ता बनाता है। इस लेख में हम जानेंगे उनका प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, राजनीतिक सफर और उपराष्ट्रपति बनने तक की यात्रा। 🏫 प्रारंभिक जीवन और शिक्षा जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गांव में हुआ था। वे एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में हुई, इसके बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से साइंस और लॉ की पढ़ाई की। ⚖️ कानूनी करियर की शुरुआत धनखड़ ने अपने करियर की शुरुआत एक वकील के रूप में की। वे राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट दोनों में सक्रिय रहे। वे संवैधानिक, प्रशासनिक और चुनावी कानूनों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। 1989 में उन्हें सीनियर एडवोकेट का दर्जा प्राप्त हुआ। 🗳️ राजनीतिक करियर 1989 में राजनीति में कदम रखते ही वे झुंझुनू से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने। वे जनता दल की सरकार में पर्यटन और संसदीय कार्य मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री रहे। बाद में वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए और निरंतर सक्रिय रहे। 🏛️ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल 30 जुलाई 2019 को जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल में ममता बनर्जी सरकार के साथ उनकी कई बार तीखी टकराहट भी देखने को मिली। उन्होंने संविधान की रक्षा करते हुए कई बार सख्त रुख अपनाया। 🇮🇳 भारत के उपराष्ट्रपति साल 2022 में एनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया। उन्होंने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराकर 6 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। उपराष्ट्रपति के तौर पर वे राज्यसभा के सभापति की भूमिका भी निभा रहे हैं। 👤 व्यक्तित्व और विचारधारा धनखड़ को एक अनुशासित, स्पष्टवक्ता और संविधान-प्रिय नेता के रूप में जाना जाता है। वे कानून के जानकार हैं और देश की संवैधानिक गरिमा को बनाए रखने में विश्वास रखते हैं। उनकी सोच में राष्ट्रहित सर्वोपरि है। 🔎 एक नजर में - प्रमुख जानकारी पूरा नाम: जगदीप धनखड़ जन्म: 18 मई 1951, किठाना, झुंझुनू (राजस्थान) शिक्षा: साइंस व लॉ - राजस्थान विश्वविद्यालय राजनीतिक पार्टी: भारतीय जनता पार्टी पहली बार सांसद: 1989 (झुंझुनू से) राज्यपाल: पश्चिम बंगाल (2019–2022) उपराष्ट्रपति बने: 6 अगस्त 2022 वर्तमान पद: भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति 🧭 निष्कर्ष जगदीप धनखड़ जी की कहानी एक किसान परिवार से निकलकर भारत के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचने की प्रेरणादायक यात्रा है। उनके अनुभव, विचारशीलता और संविधान के प्रति सम्मान उन्हें एक आदर्श जनसेवक बनाते हैं।