उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में इस बात की पुष्टि की गई है। धनखड़ ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
🟠 इस्तीफे के पीछे का कारण क्या है?
हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इस्तीफे का कारण नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो इसके पीछे कुछ संभावित कारण हो सकते हैं:
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स्वास्थ्य कारण या व्यक्तिगत समस्याएं
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भाजपा या केंद्र सरकार में नई जिम्मेदारी की तैयारी
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आगामी राष्ट्रपति पद की तैयारी (राजनीतिक हलकों में यह कयास तेज हैं)
🟡 जगदीप धनखड़ का कार्यकाल: एक नजर
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उपराष्ट्रपति बनने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं
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एक अनुभवी वकील और कुशल वक्ता
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राज्यसभा के सभापति के तौर पर कई बार विपक्ष के साथ तीखी बहस में दिखे
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संसदीय प्रक्रिया को लेकर सख्त और सक्रिय छवि
🟢 अब आगे क्या होगा? | What Happens Next?
भारत के संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद 6 महीने के भीतर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होना आवश्यक होता है। चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीख की घोषणा करेगा।
🟣 अगला उपराष्ट्रपति कौन हो सकता है? | Potential Candidates
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, कुछ प्रमुख नामों की चर्चा तेज हो गई है:
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🟩 नीतीश कुमार (पूर्व मुख्यमंत्री, JDU नेता)
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NDA या INDIA दोनों गुटों के लिए संभावित उम्मीदवार
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राजनीतिक संतुलन और अनुभव के लिए उपयुक्त चेहरा
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🟦 हरिवंश नारायण सिंह (राज्यसभा के उपसभापति, JDU)
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संसदीय प्रक्रिया में अनुभव
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बीजेपी-जेडीयू के साझा उम्मीदवार हो सकते हैं
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🟥 गुलाम नबी आज़ाद
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कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बना चुके हैं
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सर्वसम्मति के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं
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🟧 सुब्रमण्यम स्वामी, अरुण गोविल, आदि नाम भी चर्चा में हैं
🔵 राजनीतिक असर:
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संसद के मॉनसून सत्र में नए उपसभापति की भूमिका कौन निभाएगा — यह सवाल उठ गया है।
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NDA और INDIA गठबंधन में अंदरूनी खींचतान भी देखने को मिल सकती है।
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राष्ट्रपति चुनाव 2027 से पहले यह इस्तीफा राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
📌 निष्कर्ष:
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अब देश की निगाहें नए उपराष्ट्रपति के चयन और राजनीतिक समीकरणों पर टिकी हैं। क्या यह NDA को मजबूती देगा या विपक्ष को एक मौका?