अहमदाबाद – गुजरात की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले अहमदाबाद शहर में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने पिछले दो वर्षों में शहर की 1,151 इमारतों में स्थित कुल 14,907 फ्लैट्स या यूनिट्स को ‘खतरनाक’ (डेंजरस) घोषित किया है। यह आंकड़ा शहर के बुनियादी ढांचे और बिल्डिंग सेफ्टी को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है, खासकर बारिश और मानसून के मौसम में।
📌 क्या है मामला?
अहमदाबाद नगर निगम ने 2023 और 2024 में इमारतों की स्थिति का निरीक्षण करते हुए पाया कि हजारों रिहायशी और व्यावसायिक इमारतें structurally unsafe हैं। इनमें से कई बिल्डिंग्स में सीलन, दरारें, जर्जर छतें, जंग खाई हुई छड़ें और बिना मरम्मत के वर्षों से बंद फ्लैट्स शामिल हैं।
2025 में कितनी इमारतें ‘खतरनाक’ घोषित हुईं?
वर्ष | इमारतें | फ्लैट्स / यूनिट्स |
---|---|---|
2023 | 672 | 9,736 |
2025 | 479 | 5,643 |
कुल | 1,151 | 14,907 |
🌧️ मानसून में खतरा और बढ़ा
बारिश के दौरान जब दीवारें गीली हो जाती हैं और छतों से पानी रिसता है, तब जर्जर इमारतों में रहने वाले परिवारों को जीवन का सीधा खतरा बन जाता है।
इस वर्ष भी मानसून की पहली ही बारिश में बोडकदेव, जोधपुर, नवरंगपुरा और दरियापुर जैसे इलाकों में कई दीवारें और बालकनियाँ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।
🏢 किन इलाकों में सबसे ज़्यादा खतरा?
अहमदाबाद में जिन ज़ोन में सबसे अधिक डेंजरस यूनिट्स पाई गईं, वे इस प्रकार हैं:
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बोडकदेव ज़ोन
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जोधपुर ज़ोन
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साबरमती ज़ोन
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मणिनगर ज़ोन
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इसनपुर और नारनपुरा
AMC के अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर इमारतें 30 वर्ष से अधिक पुरानी हैं, और इन्हें अब तक संरचनात्मक मरम्मत नहीं दी गई है।
🏗️ क्यों नहीं होती समय पर मरम्मत?
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बिल्डिंग सोसायटीज़ में आपसी सहमति की कमी – मरम्मत के फैसले में फ्लैट मालिकों की सहमति ज़रूरी होती है, जो कई बार नहीं बनती।
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पुनर्विकास (Redevelopment) में रुचि की कमी – पुराने फ्लैट मालिक नए अपार्टमेंट्स में शिफ्ट नहीं होना चाहते।
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AMC द्वारा दिए गए नोटिस का पालन न करना – कई बार चेतावनी नोटिस के बावजूद निवासी बिल्डिंग खाली नहीं करते।
⚠️ AMC की चेतावनी
AMC ने बताया कि जिन इमारतों को "खतरनाक" घोषित किया गया है, उन्हें जल्द से जल्द खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है।
साथ ही AMC ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर भवन ढहने जैसी दुर्घटना हुई, तो संपत्ति मालिक और सोसाइटी पदाधिकारी आपराधिक मुकदमे के लिए उत्तरदायी होंगे।
🧱 AMC की क्या है योजना?
AMC ने भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
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डिजिटल बिल्डिंग ऑडिट सिस्टम की शुरुआत
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हर साल 10% पुरानी इमारतों का स्ट्रक्चरल ऑडिट अनिवार्य
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“Unsafe building list” को AMC वेबसाइट पर सार्वजनिक किया जाएगा
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पुनर्विकास में बिल्डरों को छूट दी जाएगी, ताकि इमारतों का पुनर्निर्माण हो सके
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