28 जुलाई 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में भारतीय सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब उन्होंने एक संयुक्त अभियान में 5 खूंखार आतंकियों को मार गिराया। यह मुठभेड़ पहलगाम के पास जंगलों में हुई जहाँ आतंकियों की मौजूदगी की ख़ुफ़िया जानकारी मिलने के बाद ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
🛡️ ऑपरेशन की रणनीति
सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने तड़के इलाके को घेर लिया था। आतंकियों ने घेराबंदी का जवाब गोलाबारी से दिया, जिसके बाद करीब 6 घंटे तक मुठभेड़ चली। सेना के पैराट्रूपर्स और ड्रोन यूनिट्स की मदद से आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
☠️ मारे गए आतंकी कौन थे?
मारे गए आतंकियों में तीन लश्कर-ए-तैयबा और दो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े बताए जा रहे हैं। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और पाकिस्तान निर्मित संचार यंत्र बरामद किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, इन आतंकियों का मकसद घाटी में आगामी स्वतंत्रता दिवस पर बड़ा हमला करना था।
🧠 खुफिया एजेंसियों की भूमिका
इस ऑपरेशन में खुफिया एजेंसियों की बड़ी भूमिका रही। IB और RAW की इनपुट से ही आतंकियों के मूवमेंट को ट्रैक किया गया और सटीक लोकेशन की पहचान हो पाई। सेना की सर्जिकल सटीकता ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी नागरिक हताहत न हो।
🗣️ अधिकारियों की प्रतिक्रिया
सेना प्रमुख जनरल अनिल चौहान ने कहा: “ये ऑपरेशन देश की संप्रभुता के लिए खतरा बने तत्वों के खिलाफ हमारा संकल्प दर्शाता है।” गृह मंत्री अमित शाह ने भी सुरक्षाबलों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ भारत की नीति अब ‘शून्य सहिष्णुता’ की है।
📢 राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, “हमारे जवानों का शौर्य और बलिदान देश को सुरक्षित बना रहा है। यह ऑपरेशन आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक और मजबूत कदम है।” वहीं, विपक्ष ने भी इस ऑपरेशन की सराहना की और जवानों को सलाम किया।
No comments:
Post a Comment