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Monday, July 28, 2025

प्रशांत किशोर: आंकड़ों का जादूगर या राजनीति का नया चाणक्य?

 



प्रशांत किशोर का जन्म 1977 में बिहार के रोहतास ज़िले में हुआ था। उनके पिता श्री श्रीकांत पांडेय एक डॉक्टर थे और सरकारी सेवा में कार्यरत थे।

📚 शिक्षा:

  • प्रारंभिक शिक्षा: बिहार और आंध्र प्रदेश से

  • इंजीनियरिंग की पढ़ाई: हाजीपुर से

  • पब्लिक हेल्थ में विशेषज्ञता: संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से (UN)

उन्होंने स्वास्थ्य नीति पर भी काम किया है और विश्व बैंक व संयुक्त राष्ट्र की परियोजनाओं में अपनी सेवाएं दी हैं।


🌍 पेशेवर जीवन की शुरुआत

प्रशांत किशोर ने अपने करियर की शुरुआत एक पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट के रूप में की। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ काम किया और हेल्थ पॉलिसी, न्यूट्रिशन और डेवलपमेंट पर कार्य किया।

लेकिन उनका असली नाम तब उभरा जब वे चुनावी रणनीति में आए।


🎯 चुनावी रणनीति में प्रवेश – 2011 से शुरुआत

2011–12 में, उन्होंने पहली बार तब ध्यान खींचा जब उन्होंने नरेंद्र मोदी (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री) के लिए 2012 विधानसभा चुनाव में रणनीति बनाई।

🔹 2014 – नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक जीत

  • प्रशांत किशोर ने Citizens for Accountable Governance (CAG) नामक संस्था बनाई।

  • उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में BJP और नरेंद्र मोदी की जीत के लिए डिजिटल कैंपेन, बूथ मैनेजमेंट और युवा फोकस जैसे रणनीतिक उपकरणों का इस्तेमाल किया।


🚀 I-PAC की स्थापना

2015 में उन्होंने Indian Political Action Committee (I-PAC) की स्थापना की – जो भारत की पहली राजनीतिक रणनीति बनाने वाली प्रोफेशनल संस्था थी।


🗳️ अन्य प्रमुख राजनीतिक सफलताएँ

वर्षपार्टी/नेताराज्यपरिणाम
2015नीतीश कुमार (JDU)बिहारशानदार जीत (महागठबंधन)
2017कैप्टन अमरिंदर सिंह (Congress)पंजाबपूर्ण बहुमत
2021ममता बनर्जी (TMC)पश्चिम बंगालBJP को हराया
2020अरविंद केजरीवाल (AAP)दिल्लीदोबारा ऐतिहासिक जीत
2021DMK (MK Stalin)तमिलनाडुसत्ता में वापसी

💡 रणनीति का तरीका

प्रशांत किशोर की रणनीति आधारित होती है:

  • डेटा एनालिसिस पर

  • ग्राउंड लेवल सर्वे

  • सोशल मीडिया प्लानिंग

  • युवाओं और महिलाओं पर केंद्रित एजेंडा


🔄 राजनीति में प्रवेश की कोशिश

  • 2018 में, उन्होंने JDU में शामिल होने का निर्णय लिया लेकिन जल्द ही मतभेद हो गए और उन्होंने पार्टी छोड़ दी।

  • इसके बाद प्रशांत किशोर ने खुद का अभियान शुरू किया: जन सुराज यात्रा


🛤️ जन सुराज अभियान – बिहार के लिए नई पहल

2022 से उन्होंने बिहार में "जन सुराज" (जनता के लिए सुशासन) नाम से एक सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन की शुरुआत की। उद्देश्य:

  • भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति

  • युवाओं को सशक्त बनाना

  • शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार

उन्होंने कहा कि वे "राजनीति करने नहीं, व्यवस्था बदलने" आए हैं।


🎙️ हालिया गतिविधियाँ (2025 तक)

  • प्रशांत किशोर बिहार के गांव-गांव में पैदल यात्रा कर रहे हैं।

  • 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज को एक विकल्प के तौर पर खड़ा करने की तैयारी है।

  • वे “बिना जाति, धर्म और डर की राजनीति” का वादा कर रहे हैं।


🧾 प्रशांत किशोर के योगदान की खास बातें

  1. भारतीय राजनीति में डेटा आधारित चुनावी रणनीति लाने वाले पहले विशेषज्ञ।

  2. नेताओं के प्रचार में बिजनेस स्टाइल ब्रांडिंग का सफल उपयोग।

  3. जनता के बीच संवाद और ज़मीनी रणनीति की समझ।

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