भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 27 जुलाई 2025 को “मन की बात” कार्यक्रम का 124वां एपिसोड प्रस्तुत किया। यह एपिसोड न केवल विज्ञान और नवाचार की दिशा में भारत की प्रगति को दर्शाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति, स्वच्छता अभियान और युवाओं के योगदान की भी झलक प्रस्तुत करता है।
आइए जानते हैं आज के "मन की बात" में पीएम मोदी ने क्या विशेष बातें कहीं और उनका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
🚀 1. चंद्रयान‑3 और शुभांशु शुक्ला: अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियाँ
प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान‑3 की सफल लैंडिंग और शुभांशु शुक्ला जैसे युवाओं के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत अब अंतरिक्ष के क्षेत्र में तेजी से अग्रणी बन रहा है।
🗨️ “भारत के युवा आज दुनिया को बता रहे हैं कि हमारा देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ चला है।” – पीएम मोदी
शुभांशु शुक्ला जैसे युवा वैज्ञानिकों का प्रयास भारतीय ज्ञान परंपरा को विज्ञान से जोड़ने का सार्थक प्रयास है।
🎓 2. विज्ञान और शिक्षा में भारतीय विद्यार्थियों की सफलता
प्रधानमंत्री ने INSPIRE‑MANAK योजना के तहत नवाचार कर रहे स्कूली बच्चों की सराहना की।
उन्होंने बताया कि गणित और रसायन विज्ञान ओलिंपियाड में भारत के बच्चों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
📌 साथ ही उन्होंने आगामी International Olympiad on Astronomy & Astrophysics (IOAA) की भी चर्चा की, जो इस बार मुंबई में आयोजित होगा।
🏰 3. भारत की सांस्कृतिक विरासत पर गौरव
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के ऐतिहासिक किलों और विरासत स्थलों का ज़िक्र करते हुए लोगों से इन धरोहरों की देखभाल और प्रचार की अपील की।
उन्होने खास तौर पर चित्तौड़गढ़, कुंभलगढ़, जैसलमेर, जयपुर, गुलबर्गा और चित्रदुर्ग जैसे स्थलों का नाम लिया और युवाओं को अपने आसपास की विरासत को पहचानने और साझा करने के लिए प्रेरित किया।
🌿 4. स्वच्छता अभियान और नागरिक भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने "स्वच्छ भारत मिशन" के तहत नागरिकों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने बताया कि हाल ही में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में 15 करोड़ लोगों की भागीदारी रही है।
कुछ प्रेरणादायक उदाहरण:
-
अरुणाचल प्रदेश में “ग्रीन रोइंग” अभियान
-
लखनऊ में गोमती नदी की सफाई में युवाओं की भागीदारी
-
भोपाल की महिलाओं की संस्था “सकारात्मक सोच”
-
गोवा के पणजी में कचरे का वैज्ञानिक वर्गीकरण
🗨️ “स्वच्छता केवल सफाई का काम नहीं है, यह एक संस्कार है – एक जीवनशैली है।” – पीएम मोदी
🎉 5. त्योहार और प्रकृति के साथ जुड़ाव
मोदी जी ने जुलाई और अगस्त में आने वाले पर्वों जैसे हरीयाली तीज, नाग पंचमी, रक्षा बंधन और जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने इन पर्वों को प्रकृति से जुड़ाव और पारिवारिक प्रेम का प्रतीक बताया।
👦 6. युवाओं से आत्मनिर्भर भारत की अपील
प्रधानमंत्री ने भारत के युवाओं से आह्वान किया कि वे नवाचार, उद्यमिता, और स्वदेशी सोच की ओर बढ़ें। उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है और इसके लिए युवाओं की भागीदारी सबसे ज़रूरी है।
🗨️ “नए विचार, नए प्रयोग और समाज के लिए नया योगदान – यही आज के युवा भारत की पहचान है।”
📢 निष्कर्ष: प्रेरणा से भरा संवाद
"मन की बात" का यह एपिसोड भारत के वैज्ञानिक, सांस्कृतिक, और सामाजिक क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों का प्रतिबिंब है। यह देश के हर नागरिक को प्रेरित करता है कि वह न केवल अपने जीवन में बल्कि समाज में भी कुछ सकारात्मक बदलाव लाए।
No comments:
Post a Comment